12th Exam Physics Important Guess Most VVI Short Long Type Question इन्टर परीक्षा भौतिकी विद्युत धारा चैप्टर लघु दीर्घ उत्तरीय प्रशन



12th Physics Short Long Question

12th Exam Physics Important Guess Most VVI Short Long Type Question इन्टर परीक्षा भौतिकी विद्युत धारा चैप्टर लघु दीर्घ उत्तरीय प्रशन


                   विद्युत धारा

1. धारावाही चालक में वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता एवं समविभवी तल को परिभाषित कीजिए। 

Ans:- धारावाही चालक में वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता-किसी चालक के सिरों पर आरोपित विद्युत् विभवान्तर तथा चालक की लम्बाई का अनुपात उसमें वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता को व्यक्त करता है। 

वैद्युत क्षेत्र E = [V / l] 

जहाँ V = चालक के सिरों के बीच आरोपित विभवान्तर तथा l = चालक की लम्बाई। 

धारावाही चालक में समविभवी तल- धारावाही चालक में वैद्युत धारा उच्च विभव वाले सिरे से निम्न विभव वाले सिरे की ओर प्रवाहित होती है, अतः उच्च विभव वाले सिरे से निम्न विभव वाले सिरे की दूरी वृद्धि के साथ विभव का मान घटता जाता है, परन्तु चालक के किसी भी अनप्रस्थ काट के प्रत्येक बिन्दु का विभव समान रहता है। अतः चालक का कोई भी अनुप्रस्थ काट समविभवी तल होता है।

 2. प्रतिरोधकता का व्यंजक किसी चालक के लिए लिखें तथा व्यंजक के प्रत्येक अवयव को समझाइए। 

Ans. प्रतिरोधकता Ρ = (R × A / L) 

जहाँ R = चालक का वैद्युत प्रतिरोध, A = चालक के अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल तथा L= चालक की लम्बाई।

4. 100 वाट 220 वोल्ट रेटिंग का बल्ब 240 वोल्ट के साथ जोडा जाता है। विद्युत् शक्ति क्षय की गणना कीजिए। 
5. पेल्टियर प्रभाव क्या है? 

Ans:- पेल्टियर प्रभाव (Peltier Effect)- सन् 1834 में वैज्ञानिक पल्टिया ने खोजा कि जब वैद्युत् धारा दो भिन्न-भिन्न धातओं की सन्धि से होकर गुजरती है तो सन्धि के स्थान पर ऊष्मा उत्पन्न होती है अथवा अवशोभित होती है। विद्युत् धारा का यह ऊष्मीय प्रभाव पेल्टियर प्रभाव कहलाता है। 

6. समझाइए कि किरचॉफ का द्वितीय नियम ऊर्जा संरक्षण का नियम है। 

Ans:- किरचॉफ के द्वितीय नियमानुसार, ΣIR = ΣE 

दोनों पक्षों में It का गुणा करने पर, ΣIR x It = ΣE x It

⇒ ΣI2Rt = ΣEIt 

ΣI2Rt = बन्द विद्युत् परिपथ के विभिन्न प्रतिरोधों में t समय में व्यय ऊर्जा का योग अर्थात् कुल व्यय ऊर्जा

ΣEIt = बन्द विद्युत् परिपथ में उपस्थित विभिन्न विद्युत् वाहक बल स्रोतों से समय में प्राप्त ऊर्जाओं का योग अर्थात् कुल प्राप्त ऊर्जा। 

अतः बन्द परिपथ में उपस्थित विभिन्न सेलों से किसी नियत समय में प्राप्त कुल ऊर्जा उसमें उपस्थित विभिन्न प्रतिरोधों में व्यय कुल ऊर्जा के बराबर है। यह ऊर्जा संरक्षण के अनुकूल है। अतः किरचॉफ का द्वितीय नियम ऊर्जा संरक्षण का नियम ही है। 

9. एक 12Ω प्रतिरोध वाले तार को खींचकर उसकी लंबाई दुगुनी करदी जाती है तार का नया प्रतिरोध निकालें।

Ans:- लम्बाई के दुगुने होने से प्रतिरोध भी दुगुना हो जाएगा। 

अतः नया प्रतिरोध = 12 x 2 = 24Ω

10. संवहन वेग के सिद्धान्त का प्रयोग करते हुए ओम का नियम व्युत्पित करें।

उत्तर- यदि किसी चालक की भौतिक अवस्थाएँ (ताप आदि) न बदलें तो उससे प्रवाहित विद्युत-धारा की प्रबलता उस चालक के सिरों पर लगाए गए विभवांतर के समानुपाती होता है। 

यदि चालक के सिरों पर आरोपित विभवांतर V तथा प्रवाहित विद्युत-धारा की प्रबलता I हो, तो ओम के नियम से, V∝ I या V = RI 
11. 3:4 के अनुपात में दो प्रतिरोध समानान्तर क्रम में जुड़े हैं। इनमें उत्पन्न ऊष्मा के परिमाणों की तुलना करें।



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